बच्चे, बूढ़े और जवान सभी के लिए जीवनबूटी है ओआरएस घोल, जानें क्यों?

बच्चे, बूढ़े और जवान सभी के लिए जीवनबूटी है ओआरएस घोल, जानें क्यों?

अम्बुज यादव

बदलता मौसम जहां लोगों को सर्दी,जुकाम और खांसी समस्याओं से परेशान कर रहा हैं। वहीं दूसरी तरफ आने वाली गर्मियों के बारे में भी लोग सोच कर काफी हैरान और परेशान हो रहें हैं। दरअसल गर्मियां लोगों को काफी बेचैन कर देती है। इसलिए तो अधिकतर लोग गर्मी को पंसद भी नहीं करते हैँ। लेकिन क्या करें मौसम है हर 4 महीने बाद बदलता ही है। वहीं गर्मियों के आने के बाद लोगों को पसीने और पेट की समस्याओं से ज्यादा परेशानी होती है। पसीने के लिए लोग एसी, कुलर औऱ पंखे का प्रयोग करते हैं और पेट के लिए तरल पदार्थों का प्रयोग करते हैं। उन्हीं तरल पदार्थों में ओआरएस का घोल भी आता है। इसका इस्तेमाल अक्सर सभी लोग गर्मियों में करते हैँ।

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वैसे तो गर्मियों में प्रयोग होता है ओआरएस का घोल, लेकिन यह घोल शरीर से कई बीमारियों को दूर करता है। वहीं कई लोगों का मानना है कि ओआरएस का घोल सिर्फ औऱ सिर्फ बच्चों के लिए है। अगर आप भी यही सोचते है तो आपको बता दे कि आप एकदम गलत है। ओआरएस का घोल वैसे सभी लोगों के लिए फायदेमंद है। ओआरएस(Oral Rehydration Solution) का सबसे ज्यादा इस्तेमाल बच्चों को दस्त लगने के समय किया जाता है। इससे बच्चों के दस्त जल्द ठीक होने में मदद मिलती है। इसके साथ ही डायरिया की चपेट में आने पर आप बच्चों को बिना चिकित्सकीय सलाह के भी ओआरएस का घोल दे सकते हैं। ऐसा करने से बच्चों के शरीर में पानी की कमी नहीं होती। जिसकी वजह से बच्चों की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ने से भी बच सकती है। इस स्थिति में ये जीवनरक्षक का काम करता है।

अक्सर सभी लोग बच्चे को दस्त लगने पर उसे डॉक्टर के पास लेकर जाते हैं या फिर दवा खिलाते लगते हैं। लेकिन आप इसकी जगह ओआरएस दे सकते हैं। कई जानकार भी इस बात को मानते हैं कि ज्यादातर मामलों में डायरिया तीन-चार दिनों में केवल ओआरएस और जिंक के घोल से ही ठीक हो जाता है। बच्चों को दस्त के समय होने वाली कमजोरी से बचाने के लिए परिजनों को खासा ध्यान रखने की जरूरत होती है।

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साल 2019 की एक शोध के मुताबिक, डिहाइड्रेशन के कारण देश में हर साल करीब 15 लाख लोगों की मौत हो जाती है। ऐसे में डॉक्टरों की सलाह के बाद ओआरएस का घोल आपके जीवन की रक्षा करने का काम करता है। इसलिए आपको अपने शरीर में किसी भी तरह की डिहाइड्रेशन नहीं होने देनी चाहिए। आइए आपको बताते हैं कि शरीर में डिहाइड्रेशन होने के क्या लक्षण होते हैं।

  • डिहाइड्रेशन के लक्षण
  • पेशाब का रंग पीला पड़ना
  • मूंह सूखने लगे
  • आंखें धंस जाना
  • शरीर में कमजोरी महसूस होना
  • त्वचा में ठंडापन महसूस होना
  • ओआरएस का इस्‍तेमाल

कई बार बच्चों में खानपान सही ना होने की वजह से दस्त होना आम होता है। लेकिन ये दस्त अगर एक-दो दिन तक रहें तो ये चिंता का विषय बन जाता है। इसलिए आपको बच्चे की सेहत पर ध्यान रखने की जरूरत है। अगर आपके बच्‍चे को दिन में तीन या उससे ज्‍यादा बार दस्‍त आएं तो उसे ओआरएस देना शुरू कर देना चाहिए। इसके अलावा आपके बच्चे की उम्र छह महीने या उससे ज्यादा है तो इसके लिए आप 20 मिलीग्राम जिंक रोजाना दे सकते हैं। अगर ओआरएस से आराम नहीं मिल रहा तो आपको बिना देरी के डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है।

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ओआरएस घोल बनाने का तरीका

  • आप एक साफ बर्तन में पानी और ओआरएस का पैकेट डालें।
  • ओआरएस घोल को सिर्फ पानी में बनाएं।
  • अगर आपका बच्चा ओआरएस पीकर उल्टी कर देता है तो उसे कुछ देर बाद दोबारा ओआरएस दें।

सावधानी

आप वैसे तो ओआरएस(Oral Rehydration Solution) बच्चे को किसी भी समय दे सकते हैं। लेकिन कई मामलों में आपको सावधानी बरतने की जरूरत होती है। अगर आपे बच्चे को किसी तरह की एलर्जी है तो ऐसे में आपको ओआरएस डॉक्टर की सलाह के साथ ही देना चाहिए।

गर्भवती महिलाओं को भी ओआरएस(Oral Rehydration Solution) अपने आप नहीं लेना चाहिए। इसके लिए उन्हें पहले डॉक्टर से इस बारे में संपर्क करना चाहिए।

 

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